" alt="" aria-hidden="true" /> प्रदेश के 28 जिलों में अभी तक लाॅकडाउन हाे गया है। उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात में भी कई शहरों में लाॅक डाउन जारी है। दूसरे शहराें और राज्याें में काम की तलाश के लिए जाने वाले लाेगाें के लिए वह वहां राेजी-राेटी का संकट खड़ा हाे गया है। लिहाजा सभी ने वापस अपने घर की राह पकड़ ली है। पिछले दाे दिनों में हजारों लाेग वापस आ चुके हैं। जबकि हजाराें का आना बाकी है।
31 मार्च काे महाष्टमी पूजन के पहले करीब 50 हजार लाेग जिले में वापस आएंगे। इनके आने-जाने का काेई हिसाब-किताब किसी के पास फिलहाल नहीं है। न ही स्वास्थ्य विभाग ने इस ओर ध्यान दिया है। गांव के लाेगाें के पास साेशल मीडिया के माध्यम से ही काेराेना वायरस काे लेकर सही अाैर फेक दाेनाें ही तरह के तथ्य पहुंच रहे हैं। यदि काेई व्यक्ति काेराेना से संक्रमित पाया गया ताे बड़ा संकट खड़ा हाे सकता है।
डाॅ. एमएस सागर, सीएमएचओ, अन्य राज्य या जिले से अाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जा रही है। काेई व्यक्ति कुछ दिन पहले ही गांव अाया है ताे उसे हम अपने स्तर पर पता कर 108 के माध्यम से बुला रहे हैं अाैर स्क्रीनिंग कराई जा रही है।
सागर / लॉकडाउन : रोजगार के लिए गए हजारों लाेगाें का घर लाैटना शुरू
सागर / लॉकडाउन : रोजगार के लिए गए हजारों लाेगाें का घर लाैटना शुरू